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झुंझुनूं. सीकर एसीबी की टीम ने आज झुंझुनूं में बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच हजार रूपए की रिश्वत राशि के साथ एक बाबू को गिरफ्तार किया है। सीकर एसीबी के एएसपी जाकिर अख्तर ने बताया कि मंडावा निवासी नाहरसिंह ने एसीबी के टोल फ्री नंबरों 1064 पर कॉल कर शिकायत दी थी कि उसके पास दो साल पहले शराब ठेका था। जिसकी अमानत राशि 92 हजार रूपए गंगानगर शुगर मील में जमा है। जिसे वापिस नहीं किया जा रहा। वह लगातार दो सालों से मील के झुंझुनूं रीको स्थित कार्यालय में चक्कर लगा रहा है। अब इस कार्यालय में कार्यरत असिस्टेंट अकाउंट्स क्लर्क बलराम उससे 10 प्रतिशत रिश्वत की मांग कर रहा है। जिस पर मुख्यालय ने यह केस सीकर एसीबी को रैफर किया। सीकर एसीबी की टीम ने जब शिकायत का सत्यापन करवाया। तो शिकायत सही मिली और बलराम ने पांच हजार रूपए देने पर अमानत राशि जारी करने की हामी भरी। इसके बाद आज परिवादी नाहरसिंह पांच हजार रूपए की राशि के साथ कार्यालय पहुंचा और ज्यों ही बलराम को राशि दी। एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। एएसपी जाकिर अख्तर ने बताया कि शुरूआत में एएसी बलराम ने 10 प्रतिशत राशि मांगी थी। लेकिन बाद में दोनों के बीच पांच हजार में सौदा तय हुआ।
10 महीने पहले लगा था, दो जगहों पर सर्च
एएसपी जाकिर अख्तर ने बताया कि हालांकि परिवादी दो साल से अपनी अमानत राशि वापिस लेने के लिए चक्कर लगा रहा है। लेकिन करीब 10 महीने पहले झुंझुनूं कार्यालय में लगे एएसी बलराम ने नाहरसिंह से पैसे मांगे। इसके बाद आज रिश्वत की राशि के साथ पकड़ा गया। कार्रवाई के बाद एसीबी सीकर की टीम ने बलराम के झुंझुनूं में शास्त्री नगर स्थित मकान में भी सर्च किया। वहीं एक टीम को उसके पैतृक मकान कुचामन सिटी पर भेजा है। जिसकी रिपोर्ट आनी बाकि है।
झुंझुनूं एसीबी फिर रह गई खाली हाथ
इस साल में एसीबी ने झुंझुनूं में दो कार्रवाई की है। लेकिन दोनों में ही बाहर से आई टीमों ने रिश्वतखोरों को दबोचा है। इससे पहले 24 जनवरी को चिड़ावा में सामाजिक सुरक्षा अधिकारी तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के एलडीसी को गिरफ्तार किया गया था। यह कार्रवाई जयपुर से आई टीम ने की थी। वहीं आज की कार्रवाई सीकर की टीम ने की है। जिससे झुंझुनूं एसीबी पर भी सवाल खड़े होते है। क्योंकि झुंझुनूं से भ्रष्टाचार की शिकायत के बावजूद भी मुख्यालय ने मामला झुंझुनूं में रैफर करने की बजाय सीकर में रैफर किया।