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झुंझुनूं— विद्यार्थियों की जरा सी गलती के कारण शेखावाटी यूनिवर्सिटी के करीब 13 हजार विद्यार्थियों का प्रथम वर्ष का परिणाम गड़बड़ हो गया है। इस परिणाम की गड़बड़ी का आरोप यूनिवर्सिटी पर लगाते हुए आज एसएफआई ने झुंझुनूं में प्रदर्शन किया और कहा कि यूनिवर्सिटी ने परीक्षाओं को पहले मजाक बनाया और अब परिणामों को भी मजाक बनाकर रख दिया है। प्रथम वर्ष में प्रमोट विद्यार्थियों के परिणाम में कोई पास, कोई फेल तो कोई अनुपस्थित दिखा रहा है। एसएफआई के जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर ने इस मामले में यूनिवर्सिटी पर सवाल उठाए और कहा कि यदि गलती नहीं सुधारी तो आंदोलन किया जाएगा। अपनी मांगों को लेकर उन्होंने यूनिवर्सिटी के नाम प्रिंसीपल को ज्ञापन भी सौंपा। आपको बता दें कि कल शेखावाटी यूनिवर्सिटी ने बीए, बीएससी तथा बीकॉम प्रथम वर्ष के प्रमोट विद्यार्थियों की मार्कशीट वेबसाइट पर अपलोड की है। जिसमें कई विद्यार्थियों को फेल तथा कई विद्यार्थियों को अनुपस्थित दिखाया गया है। इस मामले में यूनिवर्सिटी में शिकायत पहुंचने पर परीक्षा निदेशक डॉ. रवींद्र कटेवा ने भी स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने बताया कि 10वीं व 12वीं के अंकों के आधार पर विद्यार्थियों को प्रथम वर्ष में प्रमोट किया गया था। लेकिन इन अंकों में जरा सी भी गलत जानकारी भरने पर विद्यार्थियों का परिणाम गड़बड़ हुआ है। जिसको सुधारा जा रहा है।
13 हजार विद्यार्थियों का परिणाम प्रभावित
डॉ. रवींद्र कटेवा ने बताया कि शेखावाटी यूनिवर्सिटी में करीब 50 हजार रेगूलर तथा 20 हजार विद्यार्थी नॉन कॉलेजियट है। इनमें से करीब 13 हजार विद्यार्थियों का परिणाम प्रभावित हुआ है। जिसके कारण सामने आया है कि इनमें से आधे विद्यार्थियों ने तो 10वीं और 12वीं के अंक ही अपने आॅनलाइन फॉर्म में नहीं भरे। वहीं आधे विद्यार्थियों ने गलत अंकों को भरा। जिससे कंप्यूटर के द्वारा बोर्ड के अंक और विद्यार्थी द्वारा भरे गए अंक मैच नहीं हो पाए। जो अंक मैच नहीं हुए तो उनके परिणाम गड़बड़ हुए है।
कल खुलेगा फिर से अंक भरने का आॅप्शन
डॉ. रवींद्र कटेवा ने बताया कि संभवतया कल शेखावाटी यूनिवर्सिटी की साइट पर विद्यार्थियों के लिए अपने 10वीं और 12वीं अंक भरने के लिए आॅप्शन खोला जाएगा। जिसके बाद सभी प्रभावित विद्यार्थी अपने अंकों को ठीक से भरेंगे तो परिणाम फिर से जारी कर मार्कशीट अपलोड कर दी जाएगी। यह केवल तकनीकी खामी है। जिसमें अब विद्यार्थियों और कॉलेज संचालकों को ध्यान रखकर अपने अंकों को भरना होगा। जरा सी भी गलती से फिर परिणाम प्रभावित हो सकता है।