झुंझुनू अपडेट - पढ़ें भारत और दुनिया के ताजा हिंदी समाचार, बॉलीवुड, मनोरंजन और खेल जगत के रोचक समाचार. ब्रेकिंग न्यूज़, वीडियो, ऑडियो और फ़ीचर ताज़ा ख़बरें. Read latest News in Hindi.
एएसआई ने दी थी धमकी, बोला तेरी तो दिवाली जेल में ही मनेगी
पिलानी थाने का एएसआई कृष्ण गोपाल यादव 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
पिलानी. झुंझुनूं एसीबी की टीम ने सोमवार को एक कार्रवाई करते हुए पिलानी थाने के एएसआई कृष्ण गोपाल यादव को 20 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। झुंझुनूं एसीबी के एएसपी इस्माइल खान ने बताया कि 23 अक्टूबर को पिलानी के वार्ड नं. तीन सरकारी स्कूल के पास रहने वाले वासुदेव निरंकारी ने एसीबी में शिकायत दी थी कि उसके एक परिवाद की जांच उसके पक्ष में करने के एवज में पिलानी थाने का एएसआई कृष्ण गोपाल यादव 15 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा है। जिस पर शिकायत का सत्यापन कराया तो एएसआई की सत्यापन के दौरान मांग बढ़ गई और उसने 20 हजार रूपए की मांग कर डाली। दोनों के बीच 20 हजार में सौदा तय हो गया। सोमवार को तय सौदे के मुताबिक वासुदेव निरंकारी एएसआई कृष्ण गोपाल को पैसे देने पहुंचा। आरोपी ने जैसे ही पैसे लिए। वैसे ही एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। एएसपी ने बताया कि परिवादी वासुदेव दुबई रहता है। उसने एसपी को करीब महीने पहले परिवाद दिया था कि उसकी पत्नी उसे झूठे मुकदमों में फंसाकर ब्लेकमेल कर रही है। जिस पर कार्रवाई की जाए। इस परिवाद की जांच एएसआई कृष्ण गोपाल के पास थी। इस परिवाद में वासुदेव के पक्ष में जांच करने के नाम पर वह पैसे मांग रहा था। इधर, परिवादी वासुदेव ने बताया कि उसने जब एसपी के सामने परिवाद दिया और चार’-पांच दिन बाद ही परिवाद पिलानी थाने में आ गया था। परिवाद की जांच कर रहे एएसआई कृष्ण गोपाल ने उसे काफी चक्कर कटवाए और धमकी दी थी कि उसकी दिवाली तो जेल में ही मनेगी। सबसे पहले एएसआई ने 25 हजार रूपए मांगे थे। लेकिन बाद में 15 हजार मांगने लगा। सत्यापन के दौरान 20 हजार में सौदा तय हुआ। कार्रवाई के बाद बातचीत करते हुए वासुदेव ने कहा कि थाने लोगों के मामले निपटारे के लिए बने है। थानों के बाहर लिखा है आमजन में विश्वास। लेकिन यहां पर ऐसा कुछ नहीं है। यहां पर केवल अविश्वास ही अविश्वास है।
2006 से चल रहा है दहेज का मामला
वासुदेव ने बताया कि उसकी शादी 2001 में हुई थी। जिसके बाद 2006 में ही उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ दहेज का मामला दर्ज करा दिया था। मामला दर्ज कराने के बाद वह और उसके माता-पिता तीनों छह दिन तक जेल में रहे। इसके बाद वह जितनी बार दुबई से आता। वह किसी ना किसी बात की शिकायत कर उसे जेल भिजवा देती। इस बार भी वह 30 जुलाई को जब दुबई से आया। तो उसने मारपीट की झूठी रिपोर्ट देकर वासुदेव को शांतिभंग में गिरफ्तार करवा दिया। इसके बाद भी उसे लगातार धमकियां दे रही थी। वह बहुत परेशान था। इसलिए उसने अपनी पत्नी के खिलाफ एसपी में परिवाद दिया। लेकिन परिवाद थाने में पहुंचा तो यहां पर भी उसे ही टॉर्चर किया जाने लगा।
पत्नी पर लगाया घर भी लेने का आरोप
वासुदेव ने बताया कि जब वह पिछली बार दुबई से आया था। उसकी पत्नी ने उससे अपने बनाए मकान की नोटेरी करवा ली थी। इस बार वह आते ही घर गया तो उसे घर में घुसने नहीं दिया। उसके तीन बेटे-बेटी भी पत्नी के साथ ही है। तब वह आकर अपने माता-पिता के साथ पुराने घर मेें रहने लगा। यहां पर भी पत्नी ने चैन से नहीं रहने दिया और उसे मारपीट के आरोप में शांतिभंग में गिरफ्तार करवा दिया।
ब्याज पर लाकर दी रिश्वत की राशि
वासुदेव ने बताया कि उसके पास पैसों की तंगी है। वहीं जब पुलिस ने रिश्वत मांगी तो वह परेशान हो गया। तब उसने ठान लिया कि इस तरह अन्याय पर अन्याय नहीं सहेगा और उसने एसीबी में शिकायत की। जब 20 हजार रूपए देने की बात आई तो भी उसके पास पैसे नहीं थे। लेकिन एएसआई को सबक सिखाने और समाज को संदेश देने के लिए वह ब्याज पर पैसे लेकर आया और एएसआई को दिए।
बोला, समाज को जागना होगा
वासुदेव ने बताया कि थाने न्याय के लिए बने है। लेकिन जिस तरह की थानों में कार्यपद्धति हो गई है। उसे बदलने के लिए समाज को जागना होगा। उसने समाज को संदेश देने के लिए यह कार्रवाई करवाई है।